Tuesday, December 22, 2009

mera bharat mahan

मेरा देश भारत बहुत ही महान है । मेरा देश शायद इकलोता एसा देश होगा जिसमे अपनी ही राष्ट्र भाषा हिंदी बोलने में लोग शर्म महसूस करते हैं. आज चाहे हमे आजाद हुए ६३ साल हो गए हों लेकिन आज भी हम मानसिक रूप से तो गुलाम के गुलाम ही हैं।
आज हम अपने मालिक रह चुके अंग्रेजों की भाषा में बोलते हैं तो गर्व महसूस करते हैं और अपने आप को बहुत ही पढ़ा लिखा महसूस करते हैं, और वहीँ अगर कोई हमसे हिंदी में बात करता हे किसी ऐसी जगह जहाँ सब लोग अंग्रेजी में बात कर रहे हों तो हम उसे इसी हीनता की दृष्टि से देखते हैं की जैसे वो अभी अभी किसी गटर से निकल के आया हो।
अपने ही राष्ट्र में अपनी ही राष्ट्र भाषा "हिंदी" से ऐसा सोतेला व्यव्हार क्यों?
आज हमारे प्रधान मंत्री जी कोई भाषण देते हैं तो सिर्फ जादातर अंग्रेजी भाषा में ही क्यों होता हे, हिंदी में क्यों नहीं?
क्या प्रधान मंत्री जी को हमारी अपनी राष्ट्र भाषा नहीं आती?
आज संसद भवन में जो सवाल जवाब होते हैं वो जादातर अंग्रेजी भाषा में ही होते हैं, हिंदी में क्यों नहीं?
क्या हमारी अपनी मात्र व राष्ट्र भाषा हमारे विचारों का आदान प्रदान करने में असमर्थ हे?
अगर ऐसा है तो जो हमारे आका रह चुके अंग्रेज हैं वो आज हमारी भाषा हिंदी क्यों सीख रहे हैं?
क्योंकि हमारी भाषा अपने आप में संपन्न है।
इससे मीठी कोई भाषा नहीं है।
इससे सहज कोई भाषा नहीं है।
इससे सुसंस्कृत कोई भाषा नहीं है।
इससे शालीन कोई भाषा नहीं है।
इससे प्यारी कोई भाषा नहीं हे।
हमारी भाषा वो भाषा है जिसकी कथनी व करनी में कोई अंतर नहीं है
हम जो बोलते हैं वही लिखते हैं,किन्तु हमारे जादातर देशवासियों की प्यारी भाषा अंग्रेजी की तो कथनी व करनी दोनों में अंतर होता है जो वो बोलते हैं वो लिखते नहीं हैं और जो लिखते हैं वो बोलते नहीं हैं।
और हम उसी भाषा के आधीन हो कर अपनी भाषा को भूलते जा रहे हैं, ऐसा क्यों?
जब हमारे देश का सबसे बड़ा मंत्री, प्रधान मंत्री - अपनी राष्ट्र भाषा में न बोलते हुए गुलाम भाषा में बोलते हैं तो हम दुसरे देशवासियों से क्या उम्मीद लगायें?
आज हमारी सेना में भरति होने के लिए प्रशिक्षण ले रहे जवान जब अपना प्रशिक्षण पूरा करते हैं तो उन्हें भी शपथ अंग्रेजी में दिलाई जाती है,देश को गुलाम होने से बचने के लिए व उसकी रक्षा करने की शपथ, और वो गुलाम भाषा में, ऐसा क्यों?
ये सवाल मुझे बहुत कसोट ते रहते हैं, क्या कोई बताएगा की
ऐसा क्यों?
ऐसा क्यों?
ऐसा क्यों?
सवाल के जवाब के इंतज़ार में , राष्ट्र व राष्ट्र भाषा के हित में
विक्की
एक भारतीय नागरिक।
जय हिंद
जय भारत

3 comments:

  1. Yaadi Apko Gyaat ho to Hindi Ko Rashtra Bhasha ka Darja Nahin Diya Gaya. Us pe locha hai.
    Kaun Kehta Hai Bharat Mahan Hai.
    3rd Class Country Hai
    Jahan Justice Sirf Ameeron Ke Favour Main
    or Gareebon Ke Liye Tareekh
    Wahan Saale Kasab (Terrorist) Pe Crore rs kherch ker rahein hai, Goli nahin marenge use saale, Or Humare he Wakeel use bachane main bhi lage hai. 10 Hijade khade honge phir se or phir Plane Hijack hoga or Kasab Ko le jayenge.

    Usne khule aam Goli chalai or phir bhi mukadma chal raha hai ki woh kis category main apradhi hai.

    Wah Wah.

    Itna sab dekh to Aapki baat such hai ki
    "Mera Bharat Mahan"
    So(100) MAin Se Ninyanve(99) Baimaan"

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  2. SIRF LIKHNE SE KYA HOGA .. YEH BATAO TUMNE KYA KIYA AAJ TAK DESH K LIYE !

    najaane kitne faalto baatane karne waale hain humare desh mein
    jo sirf keede nikalna jaante hai

    par marhum nahi lagane ki koshish kartey

    PHIR BHI MERA BHARAT MAHAAN HAI ..
    itna sab hone ki baad bhi hum tarkqi kar rahein hai !

    aur inshallah kartey rahenge !

    JAI HIND ! JAI BHARAT !

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